लाल रंग मुझे बहुत पसंद है
इसलिए कि
सुबह की पहली किरण हो
या शाम की आखिरी किरण
उगते और डूबते
दोनों ही मौकों पर सूरज का रंग
लाल होता है
ये लाल रंग मुझे बहुत पसंद है
इसलिए कि जब धरती आहत होती है
और उसकी गर्भ से लावा आंसू बनकर निकलता है
तो उसका रंग भी लाल होता है
इसलिए कि
जब कोई तारा फूटता है
तो ब्राम्हांड में विलीन होने से पहले
उसका रंग भी लाल होता है
इसलिए कि
लाल लपटों में
समाने के बाद ही इंसानी
जिस्म से आत्मा मुक्त होती है
इसलिए कि
इंसानी चमड़ी
भूरी हो या काली
या फिर सफेद
इस चमड़ी के भीतर रगों में बहने
वाला लहू लाल है
ये लाल रंग मुझे बहुत पसंद है
इसलिए कि
चाहे ग़म हो या खुशी
ये रंग मेरे बेहद करीब है
किसी और रंग से कहीं ज्यादा
किसी और रंग से कहीं गहरे।
सेमी-फ़ाइनल के लिए लाहौर पहुंची दो भारतीय टीमें
14 years ago
5 comments:
बहुत सुंदर. लिखते रहे.
बहुत बढ़िया कहा।
घुघूती बासूती
बढ़िया अभिव्यक्ति. बधाई.
अती सुदँर
अती सुदँर
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